जगदलपुर। शहर से 18 किमी दूर एनएमडीसी के नगरनार स्टील प्लांट में सोमवार की दोपहर को आग की भीषण लपटें उठती नजर आईं। आग की यह लपटें दस किमी से ...
जगदलपुर। शहर से 18 किमी दूर एनएमडीसी के नगरनार स्टील प्लांट में सोमवार की दोपहर को आग की भीषण लपटें उठती नजर आईं। आग की यह लपटें दस किमी से अधिक दूर से दिखाई देती रहीं। पता चला है कि प्लांट के कोक ओवन में दोपहर को आग लग गई थी। यहां पर ओवन को चार्ज करने बैटरियां रखी हुई होती हैं।
इस कोक ओवन में जब आग की लपटें उठने लगी तो यहां व आसपास अलग-अलग यूनिट में काम कर रहे कर्मचारी अपनी जान बचाने के लिए भागने लगे। हो हल्ला के आधा घंटा बाद प्लांट के फायर ब्रिगेड की वाहनें पहुंची। एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग से यहां रखी हुई कीमती बैटरियां जलकर खाक हो गईं हैं।
आग लगने के बाद पूरे प्लांट परिसर में गहमागहमी छा गई। कर्मचारी अपने सहकर्मियों की जान बचाने के लिए उनसे संपर्क साधने लगे। इधर इसकी भनक जब अधिकारियों को लगी तो वे अपने अपने यूनिट में काम पूरा करने के लिए कर्मचारियों पर दबाव बनाते रहे। वे उन्हें मोबाइल व माइक पर समझाते रहे कि यह रूटीन की बात है, बावजूद कर्मचारी नहीं माने।
यहां कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि प्लांट में आग लगने से उठे धुंए की वजह से उनका सांस लेना दुभर हो गया था। आग बुझने के काफी देर बाद धूंए के बादल गायब हुए। आग से गनीमत यह रही कि मानव जान का नुकसान नहीं हुआ। हालांकि इससे प्लांट को लाखों का नुकसार उठाना पड़ेगा। मेंटनेंस व काम में देरी का नुकसान भी काफी होगा।
नएमडीसी के इस स्टील प्लांट में पहले भी आग लगने व हॉट मेटल के छिड़काव की घटना हो चुकी है। इन घटनाओं से प्लांट प्रबंधन सबक नहीं ले रहा है। हॉट मेटल की वजह से कुछ कर्मचारी गंभीर रुप से घायल भी हुए थे। प्लांट के पास अपने इन कर्मचारियों के उपचार के लिए कोई अस्पताल है न ही आग से बचाव के उचित प्रबंध किए जाने की तकनीक विकसित की गई है।
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