बेमेतरा। विश्व क्षय दिवस के अवसर पर बेमेतरा जिले के जिला अस्पताल और समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में टीबी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित ...
बेमेतरा। विश्व क्षय दिवस के अवसर पर बेमेतरा जिले के जिला अस्पताल और समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में टीबी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर जिले में सी वाय - टीबी जांच की सुविधा का भी शुभारंभ किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. यशवंत कुमार ध्रुव और जिला क्षय नियंत्रण अधिकारी डॉ. अशोक कुमार बंसोड ने हरी झंडी दिखाकर टीबी जन-जागरूकता रथ को रवाना किया। इस अभियान के तहत साजा में खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. अश्वनी कुमार वर्मा, नवागढ़ से डॉ. एम. एस. रजा, बेरला से डॉ. जितेंद्र कुंजाम, और नवागढ़ में तहसीलदार विनोद कुमार कुर्रे उपस्थित रहे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. वाई. के. धुर्वे ने बताया कि अब जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में सी वाय - टीबी जांच की सुविधा उपलब्ध होगी। इससे टीबी के प्रारंभिक लक्षणों वाले मरीजों को पहचान कर ट्रूनाट और चेस्ट एक्स-रे के माध्यम से टीबी की जांच की जा सकेगी। साथ ही टीबी के कम लक्षण वाले मरीजों को टीपीटी (दवाई) भी दी जा सकेगी। यह जांच 24 मार्च 2025 से 24 अप्रैल 2025 तक चलेगी।
विश्व क्षय दिवस के उपलक्ष्य में साजा के शासकीय देवी प्रसाद चौबे पीजी कॉलेज में एक जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसमें टीबी बीमारी की पहचान, टेस्ट, देखरेख और उपचार के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। कॉलेज के प्राचार्य राजेश धर दीवान और प्राध्यापक ओमकार वर्मा, शिव कुमार साहू, मनोज प्रजापति, भूपेंद्र चौधरी ने व्याख्यान दिया। कॉलेज विद्यार्थियों ने रंगोली बनाकर टीबी बीमारी के लक्षण, उपचार और बचाव की ओर ध्यान आकर्षित किया।
बेमेतरा जिले में पिछले 100 दिनों से चल रहे निक्षय निरामय अभियान के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। इस अभियान से टीबी मरीजों की पहचान और टेस्ट दर में व्यापक वृद्धि हुई है। कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने टीबी के खिलाफ लड़ाई में शपथ भी ली।
24 मार्च 1882 को डॉ. रॉबर्ट कोच ने माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस नामक बैक्टीरिया की खोज की थी, जिसके उपलक्ष्य में हर वर्ष विश्व क्षय दिवस मनाया जाता है। *इस वर्ष का थीम है "यस! वी एन्ड टीबी : कमिट, इन्वेस्ट, डिलीवर" यानी "हाँ! हम टीबी समाप्त कर सकते हैं: प्रतिबद्ध रहें, निवेश करें, परिणाम दें!
टीबी के लक्षणों जैसे कि दो सप्ताह से अधिक खांसी, बलगम, छाती में दर्द, गले में गांठ, कमजोरी, और वजन घटने पर तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर ट्रूनाट, सीबीनाट, या एक्स-रे जांच करवाने की अपील की गई। सी वाय - टीबी जांच सकारात्मक आने पर मरीज को तुरंत दवा (टिपिटी ) प्रदान की जाएगी, और जांच नकारात्मक आने पर तीन महीने बाद पुनः जांच की जाएगी। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के समस्त अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।
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