केदारनाथ। केदारनाथ धाम के कपाट भैया दूज यानी 3 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद हो रहे है। बाबा केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव मूर्ति शनिवार को प्रात: ...
केदारनाथ। केदारनाथ धाम के कपाट भैया दूज यानी 3 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद हो रहे है। बाबा केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव मूर्ति शनिवार को प्रात: मंदिर परिसर पहुंची।इस अवसर पर बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय पंचमुखी उत्सव मूर्ति की पूजा-अर्चना में शामिल रहे। इससे पहले शुक्रवार को सीएम पुष्कर धामी ने श्री केदारनाथ धाम में पूजा-अर्चना की और देश भर से आए श्रद्धालुओं, स्थानीय दुकानदारों व सम्मानित पुरोहितगणों से बातचीत कर व्यवस्थाओं के बारे में फीडबैक भी लिया।
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने कहा कि केदारनाथ धाम के कपाट 03 नवंबर भैया दूज के पावन अवसर पर सुबह 08 बजकर 30 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे। कपाट बंद होने के बाद बाबा केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव मूर्ति विभिन्न पड़ावों में प्रवास के बाद शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी।
इसी क्रम में शनिवार को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी मूर्ति को भंडार से बाहर लाया गया। पंचमुखी उत्सव मूर्ति को पुजारी शिवशंकर लिंग की ओर से स्नान कराया गया धर्माधिकारी औंकार शुक्ला वेदपाठी स्वयंबर सेमवाल ने पूजा-अर्चना संपन्न की और श्रद्धालुओं ने पंचमुखी उत्सव मूर्ति के दर्शन किये। मंदिर की परिक्रमा के बाद भगवान केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव मूर्ति डोली को मंदिर परिसर में विराजमान कर दिया गया।
आपको बता दें शुक्रवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्री केदारनाथ धाम में पूजा-अर्चना कर देशवासियों के लिए सुख-समृद्धि व मंगल हेतु प्रार्थना की थी। साथ ही उन्होंने इस दौरान देश भर से आए श्रद्धालुओं, स्थानीय दुकानदारों व सम्मानित पुरोहितगणों से बातचीत कर व्यवस्थाओं के बारे में फीडबैक भी लिया।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि इस वर्ष आई आपदा के बाद भी प्रशासन द्वारा की गई बेहतर व्यवस्थाओं के फलस्वरुप केदारनाथ धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है। सीएम धामी ने कहा कि सुगम, सुरक्षित और सुव्यवस्थित चारधाम यात्रा हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
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