रायपुर। उरकुरा फाटक के पास रविवार को शालीमार एक्सप्रेस हादसे को लेकर पूछताछ और जांच में सच सामने आ रहा है। मंगलवार को रेलवे ने बिजली ठेकेदार...
रायपुर। उरकुरा फाटक के पास रविवार को शालीमार एक्सप्रेस हादसे को लेकर पूछताछ और जांच में सच सामने आ रहा है। मंगलवार को रेलवे ने बिजली ठेकेदार को लोकेटर मशीन के साथ बुलाया था। जांच के दौरान पता चला मशीन खराब है, इसी वजह से खुदाई के दौरान ड्रिल पटरी के पास जमीन से बाहर आया और उसी का सामने वाला हिस्सा शालीमार एक्सप्रेस की एसी कोच से टकराया, जिसमें 6 यात्री घायल हो गए।
इस घटना के बाद जिम्मेदार अफसरों और ठेकेदार से अभी पूछताछ ही की जा रही है, जबकि स्पाॅट पर काम करने वाले मजदूरों के खिलाफ कई गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज कर गिरफ्तार किया जा चुका है। रेलवे ने हालांकि सोमवार को प्रारंभिक रूप से तीन अफसरों को सस्पेंड किया है। मंगलवार को रेलवे ने विद्युत (निर्माण)के मुख्य अभियंता, सहायक कार्य पालन यंत्री, कार्यपालन यंत्री व ठेकेदार का बयान दर्ज किया है।
घटना के कारणों का पता लगाने के लिए ट्रेन ड्राइवर, गार्ड और गेटमैन सहित 30 से ज्यादा अफसरों और कर्मचारियों को दोबारा बुलाकर बंद कमरे में पूछताछ की गई। बुधवार को फिर कुछ अफसरों और कर्मचारियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। रेलवे के अफसरों के अनुसार देश की ये पहली ऐसी घटना है, जिसमें ड्रिल मशीन पटरी के पास जमीन से बाहर आ गई। इसमें बड़ी दुर्घटना हो सकती थी।
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