रायपुर। होली बीत जाने के बाद रायपुर समेत आसपास के इलाके से पर्व मनाने गांव गए लोगों को अब वापसी की चिंता सताने लगी है। लंबी दूरी की ज्यादा...
रायपुर। होली बीत जाने के बाद रायपुर समेत आसपास के इलाके से पर्व मनाने गांव गए लोगों को अब वापसी की चिंता सताने लगी है। लंबी दूरी की ज्यादातर एक्सप्रेस ट्रेनें पूरी तरह से यात्रियों से भरी हुई रायपुर स्टेशन पर पहुंच रही है। ऐसे हालात में वापसी की ट्रेनों में कंफर्म टिकट की मारामारी मची हुई है। वहीं, वेटिंग टिकट पर अधिकांश घरों से लौट रहे हैं।
रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि खासकर उत्तर भारत से आने वाली ट्रेने भरी हुई हैं। ऐसी स्थिति एक सप्ताह तक और रहने की संभावना है। होली पर तीन-चार दिनों की छुट्टी होने से अधिकांश लोग धार्मिक स्थानों में दर्शन करने सपरिवार गए है। पुरी, बालाजी, मथुरा, वृंदावन, बनारस, अयोध्या की तरफ की ट्रेनों में यात्रियों की अधिक आवाजाही हुई है। वहीं, बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, मध्य प्रदेश, दिल्ली, ओडिशा, महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों के लिए लोग यहां से अपने घर गए हुए हैं। अब ये लोग वापसी के लिए ट्रेनों में कंफर्म टिकट के लिए परेशान हैं।
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक ट्रेनों में बड़ी संख्यां में यात्रियों की आवाजाही हुई है। दुर्ग से पुरी के बीच चलने वाली ट्रेन के में भले ही वेटिंग ज्यादा नहीं थी, लेकिन रेलवे के आपाताकालीन कोटा में भी मुश्किल से दो की जगह एक टिकट कंफर्म करने का तरीका अपनाया गया। यही हाल उत्तर भारत जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों का भी है, जो यात्री यहां से गए हुए है,अब वे वापसी के लिए परेशान हो रहे हैं। हालांकि रेलवे ने ऐसे यात्रियों को राहत देने छह से अधिक ट्रेनों में अतिरिक्त कोच की व्यवस्था की है।
ट्रेनों की लेटलतीफी का सिलसिला अभी भी रेलवे में थम नहीं रहा है, जबकि घोषित रूप से न तो बिलासपुर-झारसुगुड़ा लाइन पर न ही कटनी रूट पर ब्लाक लिया गया है। नागपुर रेल लाइन का भी ब्लाक खत्म हो चुका है, लेकिन दोनों तरफ की ट्रेनें अपने निर्धारित समय से दो से तीन घंटे तक देरी से आ-जा रही हैं।
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